हरदा एसपी ने एटीएम बदलकर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश, आरोपी गिरफ्तार

हरदा। सिटी कोतवाली पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो फर्जी पीओएस मशीन बनाकर और एटीएम बदलकर लोगों के खातों से लाखों रुपये निकाल लेता था। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

बता दे कि बीते दिनों 17 जनवरी को नर्मदापुरम जिले के शिवपुर निवासी सुमेर सिंह, जो एमपीईबी हरदा में लाइनमैन के पद पर कार्यरत हैं, प्रताप टॉकीज हरदा के एसबीआई एटीएम में पैसे निकालने गए थे। वहां एक अज्ञात व्यक्ति ने मदद करने के बहाने उनका एटीएम पिन देख लिया और एटीएम कार्ड बदल दिया। जब सुमेर सिंह ने नकली एटीएम कार्ड से पैसे निकालने की कोशिश की, तो उनके खाते से पैसे नहीं निकले। बाद में बैंक से जानकारी लेने पर पता चला कि उनके खाते से कुल 3,44,998 रुपये निकाले गए हैं, जिसमें 2,24,998 रुपये पीओएस मशीन के माध्यम से और 1,20,000 रुपये एटीएम से निकाले गए हैं।

एसपी अभिनव चौकसे ने बताया कि फर्जी पीओएस मशीन बनाकर और एटीएम बदलकर पैसे निकाले गए थे।इस मामले में पुलिस ने एसबीआई मेन ब्रांच के एटीएम के फुटेज प्राप्त किए, जिसमें दो संदिग्ध दिखाई दिए। जांच में पता चला कि पीओएस मशीन के माध्यम से निकाले गए पैसे पीओएस आईडी नंबर PR589125 पर प्राप्त हुए हैं, जो रवि कैथवास के खाते से जुड़ा हुआ है। रवि कैथवास से पूछताछ करने पर पता चला कि निहाल निगम नाम का व्यक्ति उसके खाते को मोबाइल ऐप के जरिए ऑपरेट करता था। निहाल ने पीओएस मशीन से प्राप्त पैसे अनिल नाम के व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर कर दिए थे। पुलिस जांच में यह भी पता चला कि संदेश शर्मा और आयुष केसरवानी ने मिलकर फर्जी फर्म दर्शाकर पीओएस मशीन बनवाई थी। अनिल ने प्राप्त पैसों को सोनू नाम के व्यक्ति को दिया था।

ठगी के 4 आरोपियों के नाम यह है-

  • निहाल निगम (20 वर्ष)
  • रवि कैथवास (24 वर्ष)
  • संदेश शर्मा (44 वर्ष)
  • अनिल (28 वर्ष)

आरोपियों का वारदात करने का तरीका –

अनिल टेलीग्राम ऐप के माध्यम से निहाल से संपर्क करता था। निहाल ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के खातों पर फर्जी पीओएस मशीन बनवाई और उन्हें अनिल तक पहुंचाया। निहाल मोबाइल ऐप के जरिए सभी खातों को ऑपरेट करता था। खातों में पैसे आने पर 20% कमीशन काटकर बाकी पैसे अनिल को ट्रांसफर कर दिए जाते थे। अनिल पीओएस मशीन को हरियाणा के लड़कों को देता था, जो धोखे से एटीएम कार्ड बदलकर और पासवर्ड प्राप्त करके पैसे निकालते थे।

इनकी रही सराहनीय भूमिका-

इस गिरोह को पकड़ने में निरीक्षक प्रहलाद सिंह मर्सकोले, उप निरीक्षक रिपुदमन सिंह राजपूत, उप निरीक्षक आदित्य करदाते, उप निरीक्षक पुरुषोत्तम गौर और साइबर सेल हरदा की टीम ने सराहनीय भूमिका निभाई।

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